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वैदिक आध्यात्मिक न्यास
स्नेह सम्मेलन (चतुर्थ)
(दि. 11 से 14 फरवरी 2016)
स्थान. वानप्रस्थ साधक आश्रम, आर्यवन, रोजड़, गुजरात
कार्यक्रम
दि. 11 गुरुवार | |
सत्र - 1 | उद्घाटन एवं परिचय - रात्रि 08.00 से 09.30 |
दि. 12 शुक्रवार | |
सत्र - 2 व 3 | प्रातः 09.30-11.30 दोपहर 02.00-04.00 |
विषय - ध्यान पर हुए आधुनिक अनुसंधान। ध्यान काल में होने वाले मनोकायिक परिवर्तन, जिनका मापन यन्त्रों से हो सकता है और उसका शास्त्रीय विवरण से तालमेल। | |
सत्र - 4 | रात्रि 08.00 से 09.30 |
ईश्वर कौन-कौन से कार्य साक्षात् स्वयं करता है, कौन-कौन से उसकी व्यवस्था से परंपरया होते हैं ? (स्नेह सम्मेलन - तृतीय के सत्र 5 में हुई चर्चा ‘‘ ईश्वर ने भौतिक सृष्टि को बनाकर व चलाकर छोड़ दिया व अब यह भौतिक सृष्टि तदनुसार स्वयं चल रही है, या अब भी ईश्वर इस भौतिक सृष्टि को सतत चला रहा है। ’’ का शेष विषय।) | |
दि. 13 शनिवार | |
सत्र - 5 | प्रातः 09.30-11.30 |
ये 4 वेद इसी पृथ्वी के लिए हैं या संपूर्ण सृष्टि के लिए ? पक्ष-विपक्ष पूर्वक सप्रमाण पुष्टि-खण्डन। | |
सत्र - 6 | दोपहर 02.00-04.00 |
विषय - ज्योतिष परिचय प्रस्तुति - आमन्त्रित विद्वानों द्वारा। |
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सत्र - 7 | रात्रि 08.00 से 09.30 |
विषय - सदस्यों से प्राप्त जिज्ञासाओं का समाधान (क) क्या मृत्यु के पष्चात् अंगदान या शरीरदान वेदानुकूल है ? (ख) मोक्ष प्राप्ति हेतु अनिवार्य (न्यूनतम) रूप से पठनीय आर्ष ग्रन्थ कौन-कौन से हैं? |
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दि. 14 रविवार | |
सत्र - 8 | प्रातः 09.30-11.30 |
विषय - यज्ञ पर हुए नवीनतम आधुनिक परीक्षण एवं अनुसन्धान। प्रस्तुति - आमन्त्रित विद्वानों द्वारा। |
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सत्र - 9 | दोपहर 02.00-04.00 |
समापन सत्र |
वानप्रस्थ साधक आश्रम
आर्यवन, रोजड़, पो.सागपुर, जि.साबरकांठा, गुजरात-383307
ईमेल: This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.,
संपर्क-09687941778 - आचार्य सत्यजित् (समय सायं 4 से 5 बजे तक)