2014 वैदिक आध्यात्मिक न्यास का वार्षिक स्नेह सम्मेलन एवं संगोष्ठी सम्पन्न

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स्वामी सत्यपति जी परिव्राजक की प्रारम्भ से इच्छा रही है कि समान विचार वाले आध्यात्मिक लोग अपनी-अपनी उन्नति के साथ-साथ परस्पर सहयोग-संगठन से चलते हुये एक दूसरे की वृद्धि करें, शुद्ध आध्यात्मिक ज्ञान का व्यापक प्रचार करें व समाज-संसार का अधिकाधिक कल्याण करे । इस दिशा में कार्य करने के लिये एक न्यास का गठन किया गया, जिसका मुख्य कार्यालय ऋषि उद्यान, अजमेर व उप कर्यालय वानप्रस्थ साधक आश्रम, रोजड़ में रखा गया।
ऐसे व्यक्ति जो स्वामी स्त्यपति जी या उनकी परम्परा से कम से कम दो वैदिक दर्शनों को पढे़ हों या इनकी सन्निधि में दो वर्षों तक शिष्य के रूप में रहे हों, वे न्यास के सदस्य हो सकते हैं। न्यास को आर्थिक-शारीरिक सहयोग देने वाले इसके सहयोगी सदस्य हो सकते हैं। वैदिक आध्यात्मिक न्यास के तत्त्वावधान में आयोजित वार्षिक स्नेह सम्मेलन एवं संगोष्ठी (द्वितीय) 7 से 9 फरवरी 2014 तक, वानप्रस्थ साधक आश्रम, रोजड़ में स्वामी सत्यपति जी की प्रेरणा एवं आशीर्वचनों के साथ हर्र्षाेल्लासपूर्वक सम्पन्न हुई।